किसी भी भाषा में टाइप करना लिखने से ज़्यादा कठिन माना जाता रहा है। यही कारण है कि मुद्रण का कार्य समय की मांग रखता है। हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं के लिए भी टाइप करना या मुद्रण हमारे सामने एक चुनौती प्रस्तुत करता है।इस क्रम में हम चाहते हैं कि अगर बोली गई बात स्वत़ः टाइप करना या मुद्रित होने लगे, तो कितना अच्छा हो। इसकी बढ़ती मांग ने बड़ी-बड़ी सॉफ्टवेयर कम्पनियों को आकर्षित किया। इस क्षेत्र में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने बड़ी तरक्की की है, जिनमें गूगल की योजना बड़ी सहज जान पड़ती है।
हालांकि अभी भी यह तकनीक अपने शुरूआती विकास के दौड़ में है और अभी अधूरा जान पड़ता है।विराम चिह्नों का प्रयोग स्वयं ही करना पड़ता है। कई बार गलत टाइप कर देता है। पर फिर भी बोलकर यह टाइप करने में सहुलियत होती है।
आइए इस वीडियो में देखते हैं कि बोलकर कैसे टाइप कर सकते हैं --